1 Part
216 times read
15 Liked
विचलित मन सुलगता तन आक्रोशित जन बहुत नुकसान करते हैं अधूरी बात बहकते जजबात अनजाना साथ बहुत परेशान करते हैं सूनी राहें बेचैन निगाहें लरजती बाहें बहुत हैरान करते हैं अधूरा ...